आइये जानते है मीराबाई चानू के बारे में

आइये जानते है मीराबाई चानू के बारे में

मीराबाई चानू उनका पूरा नाम साइखोम मीराबाई चानू हैं । उनका जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के एक छोटे से गॉव में हुआ हैं। उनकी माता का नाम सोकोहं ऊँगबी तोम्बी लीमा है जो पेशे से एक दुकानदार हैं और उनके पिता का नाम साइकोहं कृति मैतेई है जो PWD डिपार्टमेन्ट में नौकरी करते हैं। मीराबाई चानू बचपन से ही भारत्तोलन में रूचि रखती थीं। मीराबाई 12 वर्ष की उम्र में लकड़ियो के गुच्छे उठाकर अभ्यास किया करती थीं। मीराबाई का सपना था तीरंदाजी (आर्चन) बनना लेकिन जब वो स्कूल में पढ़ा करती थीं तब उन्होने 8 वी कक्षा में कुंजरानी की कहानी के बारे में पढ़ा, कुंजरानी भी इम्फाल की ही थीं जिन्होने वेटलिफ्टिग में में ओलम्पिक तक का सफर तय किया,उनकी कहानी ने मीराबाई क बहुत प्रभावित किया। चानू ने 2014 में राष्ट्रमंडल खेल में 48 किग्रा श्रेणी में रजत पदक जीता था और गोल्ड कोस्ट में हुए 2018 संस्करण में विश्व कीर्तिमान के साथ स्वर्ण पदक जीता था, उसके बाद 2016 में रियो ओलम्पिक में उनका पर्दशन अच्छा नहीं रहा और उनके नाम के आगे DID NOT FINISH लिखा गया जिसके कारन वो डिप्रेशन में चली गए थीं। पर मनोवैजानिक से अपना इलाज करवाने के बाद वो ठीक हो गई। 


मीराबाई चानू अभी 27 वर्ष की हैं। 2017 में उन्होने महिला 48 किग्रा श्रेणी में 194 किग्रा का भार उठाकर विश्व भरोत्तोलन चैम्पियनशिप अनहाइम कैलिफोर्निया संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में स्वर्ण पदक जीता था। और उन्होने 196 किग्रा जिसमे 86 kg स्नैच में और 110 किग्रा क्लीन एंड जर्क में था का वजन उठाकर भरात को 2018 राष्ट्रमंडल खेलो का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। फिर चानू ने 24 जुलाई 2021 को ओलम्पिक में 49 किग्रा भारोत्तोलन में पहला रजत पदक जीता। मणिपुरी सरकार ने चानू के 2021 ओलम्पिक स्वर्ण पदक जितने पर 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि और सरकारी नौकरी देने की घोसना की है।
मीराबाई चानू ने लगातार दूसरी बार भारत को कॉमनवेल्थ खेलो में 30 जुलाई 2022 को स्वर्ण पदक दिलाया है। 

. 2014 में ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल। 
. 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल। 
. एशिया चैम्पियन में कस्य मेडकल। 
. 2021 में रियो ओलम्पिक में रजत पदक।  
. 2022 में बर्मिघम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मैडल। 

देश के PM नरेंद्र मोदी और मौजूदा राष्ट्रपति द्रोपती मुर्मू ने मीरा बाई को बधाई दी और राष्ट्रपति ने ट्वीट करते हुए लिखा  भारत के लिए उनके पहले स्वर्ण पदक ने देश को खुश होने का मौका दिया है। मीरा ने डॉक्टर एरोन को लिफंर्टग करते हुए अपनी कुछ वीडियो भेजी और प्रॉब्लम बताई वैसे तो चानू को वर्तमान में ज्यादा दिक्कत नहीं है लेकिन ज्यादा वजन उठाने के कारन उनके बैक के दाहिने हिस्से में थोड़ी दर्द होती हैइसलिये मीराबाई अमेरिका में अपना इलाज भी करवाएंगी और लैब नाम के जिम में अपनी प्रैक्टिश भी करेंगी।