सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाला भारत का पहला पहलवान बना बजरंग पुनिया..

सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाला भारत का पहला पहलवान बना बजरंग पुनिया..

बजरंग पूनिया ने एक बार फिर से इतिहास रचा ,उन्होने कॉमनवेल्थ गेम्स में दूसरी बार देश को गोल्ड मैडल दिलाया। भारत को बार्मिंघम गेम्स में सातवा  और कुश्ती में पहला मिला। 
बजरंग ने चार मैचों को मिलाकर स्वर्ण जीतने के लिए 9 मिनट 18 सेकेंड का वक्त लिया।
पहला मैच उन्होंने 1 मिनट 47 सेकेंड
दूसरा मैच 1 मिनट, 
तीसरा मैच 1 मिनट 31 सेकेंड और
चौथा मैच छह मिनट में जीता।
उन्होने इन खेलों में शुक्रवार को अपने पहले तीन मुकाबले दो मिनट के अंदर जीते। यानी जितने मिनट में एक कुश्ती मैच होता है,उतने में बजरंग ने अपने पहले तीन मैच जीत लिए थे।

 2013 में बजरंग पूनिया ने दिल्ली में आयोजित हुई एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में उत्तर कोरिया ह्वांग रयोंग-हक को कुश्ती में हराकर 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया। फिर 2014 में एशियाई दक्षिण कोरिया से इनचियन खेल में रजत पदक अपने नाम कर जीत हासिल की और फिर 2017 में कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होने गोल्ड मैडल जीता। 2018 एशियन गेम्स में गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया। फिर 2021 में टोक्यो ओलंपिक 2020 का हिस्सा बना जिसमें 2020 65kg फ्रीस्टाइल वर्ग में सेमीफइनल राउंड में पहुंच गए लेकिन वो उसमे हार गए लेकिन जब उनका मुकाबला ब्रॉन्ज मैडल मैच में कजाकिस्तान के पहलवान डाउलेट से हुआ तो उनको हरा कर ब्रॉन्ज़ मैडल अपने नाम कर एक बेहतरीन वापसी उन्होने किया। बजरंग एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के 9वें पहलवान हो गए।

बजरंग पूनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को हरियाणा के खुदान गॉव के झज्जर में हुआ था। उन्होने अपनी ग्रेजुएशन महर्षि दयानन्द यूनिवर्सिटी से पूरा किया। बजरंग पूनिया अभी 27 साल के हैं और 25 नवम्बर 2020 को उनकी शादी हो गई।वो एक जाट परिवार से ताल्लुक रखते हैं। बजरंग पूनिया को कुश्ती विरासत में मिली उसके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी उनकी प्रारंभिक शिक्षा गॉव में  ही पूरी हुई उनके पिता जी ने बजरंग के सपने पुरे करने के लिये बहुत सारे त्याग किये।

7 साल की उम्र में उन्होने कुश्ती सुरु की और उनके पिताजी से उनको सहयोग मिला। बजरंग पूनिया के पिता और भाई भी एक पहलवान चुके है।
 
बजरंग पूनिया ने अब तक 5 गोल्ड, 3 ब्रोनज और 4 सिल्वर जीता है ,सबसे ज्यादा गोल्ड मैडल जीतन वाला भारत का पहला खिलाड़ी बना बजरंग पूनिया।